बेटा बेटी पर कविता: ‘अगर बिहार में नीतीश हार जाते तो यूपी में कत्लेआम हो जाता’  >  News trends  >  India highlights

बेटा बेटी पर कविता: ‘अगर बिहार में नीतीश हार जाते तो यूपी में कत्लेआम हो जाता’

स्रोत: Nanfang Daily Online Edition     time:

बेटा बेटी पर कविता: ‘अगर बिहार में नीतीश हार जाते तो यूपी में कत्लेआम हो जाता’

  


  

बेटा बेटी पर कविता: ‘अगर बिहार में नीतीश हार जाते तो यूपी में कत्लेआम हो जाता’

उन्होंने राज्य की गरीबी और संकट को दूर करने के लिए सरना गुरु से आशीर्वाद लिया. लोगों ने घटना के बारे में पुलिस को सूचित किया. ये हैं फैसले से जुड़ी कुछ खास बातेंः.

बताया गया है कि राहुल ने प्रत्यूषा बेटा बेटी पर कविता की मौत के कारण अपने जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए पार्टी नहीं दी.

बारिश ने रोकी पहाड़ों में पर्यटन की रफ्तार, हिल स्टेशनों से गायब होने लगे सैलानी.

एक खास तरीके से ज़िंदगी गुज़र-बसर करने वाले ट्रांसजेंडर लोगों को ही हिजड़ा कहा जा सकता है.

हाई-फाई के फाउंडर निशांत पाढ़ीदार और मशहूर फोटोग्राफर निशांत वर्मा इस अवॉर्ड शो के.

वहीं महाराष्ट्र बोर्ड ने स्कूलों को 21 जुलाई 2021 तक अंक जमा करने के लिए कहा गया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने पहले 20 किलोमीटर के दायरे में बेटा बेटी पर कविता लड़कियों के लिए कॉलेज बनाने की योजना बनाई थी लेकिन वह दूरी अब घटाकर 15 किलोमीटर कर दी गई है. मामले में दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाए थे कि व्यापमं के सिस्टम एनालिस्ट नितिम महेंद्र के कंप्यूटर से जब्त की गई हार्ड डिस्क से तैयार की गई एक्सल सीट में छेड़छाड़ की गई है.

जसवंत सिंह यादव ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सोच है कि हर युवा हुनरमंद बने और उसके हाथ में रोजगार हो. क्वार्टर फाइनल के चार सेट हो चुके हैं जिनमें हर सेट में छह चालक थे. विराट कोहली हमेशा बस में आगे बैठते थे लेकिन 20 से 25 दिन वो हमारे साथ पीछे बैठे.

ये फिल्म सनी देओल की 'घायल' के साथ रिलीज हुई थी. इस  बाबत एनआईए का पत्र मिलने के बाद एनआईए को केस सौंपने की तैयारी शुरू हो गई है.

ऐसे में वोटों का बिखराव रोकने के लिए हेमंत सोरेन के प्रस्ताव पर महागठबंधन के अंदर सहमति तो बन गई, मगर कोडरमा सीट के अलावा कोई दूसरी सीट का ऑफर वामदलों को दिया गया. कंपनी ने इसके बाद से ही अपने प्लांट की सारी गतिविधियां रोक दीं और करीब 1,000 से ज्यादा लोगों को सेल्फ क्वॉरंटीन के लिए भेज दिया.

बेटा बेटी पर कविता यह जानते हुए कि यह स्थिति बहुत ही गंभीर थी और इन लोगों को वहां से. उस समय अंग्रेजों ने गजनी में जीत दर्ज की थी. कुल मिलाकर पुरानी रंजिश के चलते बदमाशों ने आसिफ की जान ले ली.





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